ऋतुओं में सबसे खास है वर्षा ऋतु। चाहे आप किसी भी उम्र के हों, इस मौसम में घूमने, खेलने का आनंद लेने से आप नहीं चूंकते। इसके लिए आपको शिक्षक की या बास की डांट ही क्यों ना खानी पड़े। ऐसे में सुबह, दोपहर या शाम की बाध्यता नहीं होती। जब जी किया बारिश का मज़ा लेने निकल पड़े।
लेकिन आपकी यह मौज मस्ती आपपर भारी भी पड़ सकती है। इसका अर्थ यह तो नहीं कि आप ऐसे लुभावने मौसम का मजा़ नहीं लेंगे। वातावरण में हो रहे बदलाव के कारण मच्छरों, मक्खियों और कीटाणुओं की संख्यां के बढ़ने की वजह से संक्रामक बीमारियों के होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि इस मौसम में सबसे आम प्रकार की बीमारियां दूषित आहार के सेवन से या मच्छरों के काटने से होती हैं।
वर्षा ऋतु में फिट रहने के टिप्स :
अगर सड़क के किनारे की पानी पुरी, चाट या चटपटे व्यंजन देखकर आपके मुंह में पानी आता है, तो सम्भल जायें। यह समय मन को नियंत्रित करने का है। ऐसे में पानी और कच्चे फलों के द्वारा होने वाला संक्रमण बहुत ही समान्य है।
मच्छरों को घर से दूर रखने के लिए मास्कीटो रीपेलेंट ज़रूर लगायें।
अगर आपके पैर गीले हो जाते हैं, तो उन्हें ठीक प्रकार से सुखाने के बाद ही जूते पहनें।
गीले कपड़ों या बालों को सुखाकर ही एयर कंडीशन कमरे में जायें।
अगर आपको अस्थमा या डायबिटीज़ है, तो ऐसी जगहों पर ना जायें जहां पर फंगस लगे हो।
बारिश के मौसम में बुखार, फ्लू, बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के कारण होने वाली बीमारियों के साथ ही प्रतिरोधी क्षमता कम़जोर हो जाती है इसलिए टायफायड, डायरिया और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों के होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
स्वच्छ आहार के सेवन के साथ–साथ पानी का स्वच्छ होना भी अत्यधिक आवश्यक है ।
अल्कोहल, चाय और काफी के सेवन से शरीर में पानी की कमी होती है इसलिए इनका सेवन कम करें।
ऐसे वातावरण में आहार के कारण होने वाली बीमारियों की सम्भावना अधिक रहती है इसलिए स्वस्थ आहार लें और पर्याप्त मात्रा में पेय ज़रूर लें।
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